इस अजनबी दुनिया मैं किसी से दिल न लगाना !
सुना है बिन बुलाये आने वाले बिन बताये ही चले जाते है !!
उम्र चाहे कितनी भी हो मेरी पर दिल आज भी तुम्हे बच्चों की तरह चाहता है !!
कितना नादान है ये दिल कैसे समझाऊँ की
जिसे तू खोना नही चाहता हैं, वो तेरा होना नही चाहता है !!
इतनी ठोकरे देने के लिए शुक्रिया ए-ज़िन्दगी !
चलने का न सही सम्भलने का हुनर तो आ गया !!