Poetry Tadka

Dooriyan Shayari

Mahsoos

वो महसूस करे हमे अपनी हर धडकन के साथ**

इसके सिवा मैनै कुछ चाहा भी नही***

Dil Taras

दिल तरस गया है उनका दीदार पाने को|
वो कमबख्त हे की खिड़की खोला ही नहीँ करते।।

Chehre Ke Parchai

तेरी चेहरे की परछाई 

मेरे आँखो से छटती नहीं

तेरी आने की आहट 

मेरे कानों से हटती नहीं

या खुदा....या खुदा

ये कैसा इश्क का कैफ है 

पिता हुँ तो चढ़ती नहीं

देखता हुँ तो उतरती नहीं

Aap Hmara Shara Ban Jate Ho

मुझे हराने की इस दुनिया को कोई ना कोई वजह मिल जाती है..
  • लेकिन हर घडी ...साईं आप इस हारे का सहारा बन जाते हो
  • Mere Kapdo Se Na Kar

    Mere Kapdo Se Naa Kar Mere Kirdar Ka Fasla

    Tera Wazood Mit Jaaega Meri Hqiqat Jante Jante