कुछ लोग कहते है की बदल गया हूँ मैं,
उनको ये नहीं पता की संभल गया हूँ मैं,
उदासी आज भी मेरे चेहरे से झलकती है
पर अब दर्द में भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं
इंसान सिर्फ आग से नहीं जलता !
कुछ लोग तो हमारे अंदाज से जल जाते है !!
डूबे हुओं को हमने बिठाया था अपनी कश्ती में यारो !
और फिर कश्ती का बोझ कहकर, हमें ही उतारा गया !!
बिक रहे हैं ताज महल सड़क-चौराहों पर आज भी !
मोहब्बत साबित करने के लिए बादशाह होना जरुरी नहीं !!