Poetry Tadka

Mohabbat Shayari

Love Mohabbat Shayari

मै तुम्हे चाँद कहूँ ये मुमकिन तो है,
मगर लोग तुम्हें रात भर देखें 
ये मुझे गवारा नहीं.

ना जाने मुहब्बत में कितने अफसाने बन जाते है
शमां जिसको भी जलाती है वो परवाने बन जाते है
कुछ हासिल करना ही इश्क कि मंजिल नही होती
किसी को खोकर भी कुछ लोग दिवाने बन जाते है

काश वो आकर बोल दे,
सुनो ख्याल नहीं रखते न अपना

Love mohabbat shayari

Mohabbat Ki Aajmaish

मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हूँ ऐ खुदा.
किस्मत मेँ कोई ऐसा लिख दे.जो मौत तक वफा करे.

Mohabbat ki aajmaish

Waadon Se Bandhi

वादो से बंधी जंजीर थी जो तोड दी मैँने
अब से जल्दी सोया करेंगे , मोहब्बत छोड दी मैँने

Vado Se Bandhi Janzeer Thi Jo Tod Di Mainne
Ab Se Jaldi Soya Karenge , Mohabbat Chhod Di Mainne

 

Waadon se bandhi

Meri Mohabbat Ko

वो जिस दिन करेगा याद मेरी मोहब्बत को
रोयेगा बहुत खुद को बेवफा कह कर

Wo Jis Din Karega Yaad Meri Mohabbat Ko
Royega Bahut Khud Ko Bewfa Kah Kar
meri mohabbat ko

Kuch Log

उतर जाते है दिल मे कुछ लोग इस कदर
उनको निकालो तो जान निकल जाती है

Utar Jaate Hai Dil Me Kuchh Log Es Kadar
Unako Nikaalo To Jaan Nikal Jaati Hai
kuch log