यूँ ही मिल जाए अग़र कोई बिना तड़पे !
तो कैसे पता चले की प्यार क्या होता है !!
सपनों की दुनिया में हम सोते चले गये
होश में थे फिर भी मदहोश होते चले गये
जाने क्या बात थी उसके चेहरे में
ना चाहते भी उसके होते चले गये