वफा की कसम हम बेवाफा ना होंगे
मर जायेंगे पर आपसे जुदा ना होंगे
हम भी बनाएंगे अपनी दोस्ती का महल
शर्म से झुक जाएेगा वो ताज महल
तन्हाइयों के शहर में एक घर बना लिया
रुसवाइयों को अपना मुक़द्दर बना लिया
देखा है यहाँ पत्थर को पूजते हैं लोग
हमने भी इसलिए अपने दिल को पत्थर बना लिया