हसरतें कुछ और है,
वक्त का इंतजार कुछ और है,
कौन जी सका है जिंदगी अपने मुताबिक,
दिल चाहता कुछ और है,
होता कुछ और है !!
थक गया है सूरज
अपने घर को चला जायेगा।
अब तू भी आजा मेरे प्रियतम,
कल से सूरज फिर आ जायेगा।
काश कभी ये शाम न ढले
काश ये शाम मुहब्बत की न रुके
हो जाये दिल की सारी चाहत पूरी
और दिल की कोई चाहत न बचे
आदत मुझे अंधेरे से डरने की डाल कर,
एक शख्स मेरी ज़िन्दगी में शाम कर गया.
Aadat Mujhey Andheren Se Darne Ki Daal Kar,
Aik Sakhs Meri Zindagi Me Shaam Kar Gaya.
एक शाम और ढल गयी,
एक दिन और जी लिया तेरे बगैर.
Aik Shaam Aur Dhal Gayi,
Aik Din Aur Jee Liya Tere Begair.
बस यूँ ही खामोशी से एक दिन,
ज़िन्दगी की शाम हो जायेगी.
Bus Younhe Khamoshi Se Aik Din,
Zindagi Ki Shaam Ho Jayegi.
खुशबू में बसी एक शाम,
हवा ने कर दी तेरे नाम.
Khushboo Me Basi Aik Shaam,
Hawa Ne Kar Di Tere Naam.
यूँ तो हर शाम तो उम्म्मीदों पे गुजर जाती है,
आअज कुछ बात है जो शाम पे रोना आया.
Youn To Har Shaam To Ummmeedon Pe Gujar Jati Hai,
Aaj Kuch Baat Hai Jo Shaam Pe Rona Aaya.
दिल न उम्मीद तो नहीं नाकाम ही तो है,
लम्बी तो है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है.
Dil Na Ummeed To Nahin Nakaam He To Hai,
Lambi To Hai Gham Ki Shaam Magar Shaam He To Hai.
वो रोज़ देखता है डूबते सूरज को इस तरह
काश मैं भी किसी शाम का मंज़र होता।
Wo Roz Dekhta Hai doobte Sooraj Ko Is Tarah.
Kaash Main Bhi Kisi Shaam Ka Manzar Hota.
शाम होते ही तेरे याद की पागल खुशबू,
नींद आँखों से सुकून दिल से मिटा देती है.
Shaam Hote He Tere Yad Ki Pagal Khushboo,
Neend Aankhon Se Sukoon Dil Se Mita Deti Hai.
कितना खौफ होता है शाम के अंधेरों में,
पूँछ उन परिंदों से जिनके घर नहीं होते.
Kitna Khouf Hota Hai Shaam Ke Andheron Me,
Poonch Un Parindo Se Jinke Ghar Nahi Hote.
साहस, उल्लास और प्यार से नयें दिन नई शाम की शुरुआत कीजिये,
और अपने ज़िन्दगी की हर शाम को सफल बना लीजिये।
Sahas, Ullas Aur Pyar Se Naye Din nayi Shaam Ki Shuruaat Kijiye.
Aur Apne Zindagi Ki Har Shaam Ko Safal Bana Lijiye.
शाम से आँखों में नमी सी है,
आज फिर आपकी कमी सी है,
Shaam Se Aankhon Me Nami Si Hai,
Aaj Fir Aapki Kami Si Hai.
मोहब्बत साये की तरह होती है,
जब हमें उसकी आदत पड़ जाती है,
तब शाम पड़ जाती है.
Mohabbat Saye Ki Trah Hoti Hai,
Jab Hame Uski Aadat Pad Jati Hai,
Tab Shaam Pad Jati Hai.