हसरतें कुछ और है,
वक्त का इंतजार कुछ और है,
कौन जी सका है जिंदगी अपने मुताबिक,
दिल चाहता कुछ और है,
होता कुछ और है !!
थक गया है सूरज
अपने घर को चला जायेगा।
अब तू भी आजा मेरे प्रियतम,
कल से सूरज फिर आ जायेगा।
काश कभी ये शाम न ढले
काश ये शाम मुहब्बत की न रुके
हो जाये दिल की सारी चाहत पूरी
और दिल की कोई चाहत न बचे