यहाँ कागज भी जरा सी देर में अखबार बन जाता है!
Bhool Kar Bhi Apne Dil Ki Baat Kisi Se Mat Kahana,
Yahaan Kaagaj Bhee Jara Si Der Mein Akhbar Ban Jata Hai!
चेहरे की हंसी से गम को भुला दो
कम बोलो पर सब कुछ बता दो
ख़ुद ना रूठो पर सबको हंसा दो
यही राज है जिन्दगी का
जियो और जीना सिखा दो
अब तेरी कोई वजह नही यहां रहने की
चल छोड सब को, तेरी सरहद आ गई गम सहने की
मैं आपकी नज़रों से नज़र चुरा लेना चाहती हूँ,
देखने की हसरत है बस देखते रहना चाहती हूँ