Badnam Shayari
Humko Khamoosh Rahne Do
Chupe Chupe Se Rahte Ho
Waqt Waqt Ki Mohabbat
वक़्त वक़्त की मोहब्बत है, वक़्त वक़्त की रूसवाईयाँ
कभी पंखे सगे हो जाते हैं, तो कभी कभी रजाईयाँ
कभी पंखे सगे हो जाते हैं, तो कभी कभी रजाईयाँ
Dhoka De Raha Hai
कभी-कभी हमें पता होता है
कि सामने वाला हमें "धोखा" दे रहा है
फिर भी "हम" कुछ नही कहते,
क्योंकि हम जानते हैं कि हम उनके "धोखे" के साथ तो जी सकते हैं, लेकिन उनके "बगैर" नहीं
कि सामने वाला हमें "धोखा" दे रहा है
फिर भी "हम" कुछ नही कहते,
क्योंकि हम जानते हैं कि हम उनके "धोखे" के साथ तो जी सकते हैं, लेकिन उनके "बगैर" नहीं
Tash Ke Patto Se
ताश के पत्तों से महल नहीं बनता,
नदी को रोकने से समंदर नहीं बनता,
बढ़ाते रहो जिंदगी में हर पल,
क्यूंकि एक जीत से कोई सिकंदर नहीं बनता
नदी को रोकने से समंदर नहीं बनता,
बढ़ाते रहो जिंदगी में हर पल,
क्यूंकि एक जीत से कोई सिकंदर नहीं बनता