Poetrytadka.com

Akelapan Shayari

rab ne jab takdeer likhi

रब ने जब तकदीर लिखी उसने भी एक तस्वीर चुनी
रंग उसमें फिर तय किए जिन पलों को हमने है जिए
सुर्ख लाल से प्यार भरा खुशहाली लाता है हरा
चटक चमकता पीला रंग लगता अच्छा सबके संग
नीले ने गहराई चुनी काले ने तन्हाई चुनी
भगवा रंग लाए बहार इसके बिन जीवन बेकार
श्वेत कागज सा अपना यह मन चुनलों उसको रहना जिसके संग
सब रंगों का रखना मेल इन रंगों का है यही खेल
© Pallavi Gupta

aaj dil udas hai

आज दिल उदास है कुछ चेहरे हैं जिनको देखने की आस है
वो जो मेरे दिल के पास है जिनके दिलों में मेरा एहसास है
आज फिर दिल उदास है © Pallavi Gupta

tu hi tu kar maula

तपकर बनता है हीरा जलकर बनता है राख
तू ही तय कर मौला मेरे चमकू या बन जाऊं राख
© Pallavi Gupta

dil saath mera le jao

तुम जो जा रहे हो दिल साथ मेरा ले जा रहे हो तकूंगी अब मैं राह तुम्हारी
राहत मेरी जो ले जा रहे हो कैसे देखूंगी अब सपना में
नींदें मेरी जो ले जा रहे हो गुजरेंगे दिन अब तन्हा मेरे
यादें इतनी जो दे जा रहे हो तुम जो जा रहे हो दिल साथ मेरा भी ले जा रहे हो
© Pallavi Gupta

hai kaisi paheli

खूब खेले वो आंख मिचोली ढुंढती उसे जब रहूँ अकेली
कभी दुख कभी सुख तू है कैसी पहेली
धूप-छांव सी जिंदगी मेरी सहेली
© Pallavi Gupta

chalo chalte hai wha

चलो चलते हैं वहां जहां मुकद्दरों का हिसाब होगा
कौन था कितने के काबिल वहां सारा इंसाफ होगा
तू भी वंदा, मैं भी नमाजी दिल किसका कितना साफ होगा
कर्मों के बिनाफ पे ए-काफिर वहां सारा इंसाफ होगा
दिखता सब है रब को मेरे वहां न कोई पर्दा होगा
छल फरेब से ऊपर उठके वहां सारा इंसाफ होगा
© Pallavi Gupta