जिंदगी का हर ख्वाब पूरा नहीं होता !
होता अगर तो शख्स अधूरा नहीं होता !
ख्वाहिशों की प्यास कभी बुझ नहीं पाती !
कभी रेतों में समंदर का बसेरा नहीं होता !
आंखों में जल रही है जबसे तेरी शमा !
मेरे रूह की गलियों में अंधेरा नहीं होता !
अश्कों से भीगो देता है हर रात जमीं को !
आसमा रोता ही रहता जो सबेरा नहीं होता !!
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