उम्मीद अभी जिन्दा है,
संघर्ष अभी बाकी है !
तूफां आके चला गया,
उत्कर्ष अभी बाकी है !
न्याय की उम्मीद मे,
हर आह ने दम है भरा !
झूठ ने सच को ढका,
निष्कर्ष अभी बाकी है !
अज्ञान के तिमिर मे,
'ज्ञानेश ' कही खो गया !
जुगनुओ की रोशनी का,
अंश अभी बाकी है !
from : Shayari in Urdu