Poetry Tadka

Friendship Thoughts

Ek Akela Dost

एक अकेला गुलाब मेरा बगीचा हो सकता है…एक अकेला दोस्त मेरी दुनिया !!

ek akela dost

Mai Ek Dost

मैं एक दोस्त के साथ अँधेरे में रहना पसंद करूँगा न कि रौशनी में अकेला चलना !!

mai ek dost

Dosti Ke Do Pal

किस हद तक जाना है ये कौन जानता है !

किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है !

दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो !

किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है !!

 

dosti ke do pal