ना जाने इस जमाने को क्या हो गया है,
प्यार से रहने की बजाय दुश्मनी
करने का इन्हे चसका लग गया है।
Na Jane Is Jamane Ko Kia Ho Gaya Hai.
Pyar Se Rahne Ki Bajay Dushmani
Karne Ka Inhen Chaska Lag Gaya Hai.
तुझसे अच्छे तो मेरे दुश्मन निकले
जो हर बत में कहते हैं तुझे छोड़ेंगे नहीं.
Tujhse Achey To Mere Dushman Nikle
Jo Har Bt Me Kahte Hain Tujhey Chhodengey Nahin.
लोग कहते हैं की इतनी दोस्ती मत करो
की दोस्त दिल पर सवार हो जाये.
मैं कहता हूँ दोस्ती इतनी करो की
दुश्मन को भी तुम से प्यार हो जाये.
Log Kahte Hain Ki Itni Dosti Mat Karo
Ki Dost Dil Pe Sawra Ho Jaye.
Main Kahta Hun Dosti Itni Karo Ki
Dushman Ko Bhi Tumse Pyar Ho Jaye.
दुश्मन भी मेरे मुरीद है शायद
वक़्त बे वक़्त मेरा नाम लिया करते है
मेरे गली से गुजरते है छुपा के खन्जर
रू-ब-रू होने पर सलाम किया करते है
Dushman Bhi Mere Mureed Hai Shayad.
Waqt Be Waqt Mera Naam Lia Karte Hain.
Meri Gali Se Gujarte Hain Chhupa Ke Khanjar.
Robru Hone Par Salam Kia Karte Hain.
हम दुश्मन को भी बड़ी शानदार सजा देते है
हाथ नहीं उठाते बस नजरो से गिरा देते है
Hum Dushman Ko Bhi Badi Shandar Szaa Dete Hai
Haath Nahi Uthate Nazro Se Gira Dete Hai !!