Poetry Tadka

Dil Shayari

Dil Me Basne Lage

ना‬ जाने कब तुम आ कर हमारे ‪‎दिल‬ मे बसने लगे !

तुम ‪‎पहले‬ दोस्त थे फिर प्यार फिर ना ‪‎जाने‬ कब ज़िंदगी बन गये !!

Dil Ki Dasta Bhi Azib Hoti Hai

इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है !

बड़ी मुस्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती है !

किसी के पास आने पर ख़ुशी हो न हो !

पर दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती है !!

Jab Nikalta Hai Dil Se Koi

जब निकलता है कोई दिल में बस जाने के बाद !

दर्द कितना होता है बिछड़ जाने के बाद !

जो पास होता है उसकी कदर नहीं होती !

कमी महसूस होती है दूर जाने के बाद !!

Kisi Ke Dil Me Hum Bhi

तमन्ना-ए-इश्क़ तो हम भी रखते है

किसिके दिल मे हम भी धड़कते है

ना जाने हमे वो कब मिलेंगे

जिनके लिए हम तड़पते है

Kuch Kisse Dil Me

कुछ किस्से दिल में कुछ कागजों पर आबाद रहे

बताइये कैसे भूलें उसे जो हर साँस में याद रहे