जिसकी खुद मर्जी ना हो बात करने की
उससे जबरदस्ती क्या करना
Chhod Diya Mainne Bhee Kisee Ko Pareshaan Karana
Jisakee Khud Marjee Na Ho Baat Karane Kee
Usase Jabaradastee Kya Karana
कभी वक्त मिले तो सोचना जरूर
वक्त और प्यार के अलावा
तुमसे मांगा ही क्या था
मजबूर नहीं करेंगे तुम्हें
बात करने के लिए
चाहत होती तो दिल तुम्हारा भी
करता बात करने का
उनसे बात नहीं होती
किसी और से बात
करने का मन नहीं करता
Unase Baat Nahin Hotee
Kisee Aur Se Baat
Karane Ka Man Nahin Karata
कभी किसीसे बात करने की आदत मत डालना
क्यों की अगर वो बात करना बंद कर दे
तो दुबारा जीना मुश्किल हो जाता है
बातें तो हर कोई समझ लेता है
मगर हम वो चाहते हैं
जो हमारी खामोशी को समझे
Baaten To Har Koee Samajh Leta Hai
Magar Ham Vo Chaahate Hain
Jo Hamaaree Khaamoshee Ko Samajhe