बीना बतवले उ ना जाने काहे हमसे दूरी क लिहलन,
बिछड. के ऊ हमार मुहबबत अधूरे छोर दिहलन..!
हमरे मुककदर में खाली गम बा त का भइल,
खुदा उनकर खवाइस त पुरा कर दिहलन !!
from : Bhojpuri Shayari