जवाब तो हर बात का दिया जा सकता है,
मगर जो रिश्तों की अहमियत न समझ पाया
वो शब्दों को क्या समझेंगे
सावन का ये मौसम कुछ याद दिलाता हैं,
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता हैं,
फिजा भी सर्द हैं. यादें भी ताजा हैं,
ये मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता हैं....
एहसास भी है रिश्तों का है वफ़ा
जिसने भरी महफ़िल में खुद इज़हार किया
अब भी है क्या वो मुझसे खफा