ई फूलन मे अब उ महक कहॉ,
इ राह क अब कवनो मंजिल कहॉ..!
क लेती हम मोम अगर केहू पत्थर दिल होत त,
पर इहां त केहू में इंसानी दिल बा कहॉ !!
from : Bhojpuri Shayari