काट ना सके कभी कोई पतंग आपकी
टूटे ना कभी डोर विश्वाश की
छु लो आप ज़िन्दगी की सारी कामयाबी.
जैसे पतंग चुटी है ऊंचाई आस्मंकी
from : Happy Makar Sankranti