तुझको नमन मेरे वतन
फूल हम तू है चमन
तेरी रक्षा को करें गमन
तुझसे ही हैं यह तन मन
आंख जो कोई उठाए
आग दरिया में लगाएं
दुश्मन को दौड़कर भगाए
तिरंगे को हमेशा
चारों दिशाओं में फैलाएं
तेरी खातिर मर भी जाएं
जान पर अपनी खेल जाएं
तुझको नमन मेरे वतन
फूल हम तू है चमन
from : Patriotic Poem