Ahmad Faraz Shayari
तमाम उम्र उसके ख्याल मेँ गुजार दी यारो !
मेरा ख्याल जिसे उम्र भर नहीं आया !!
मेरा ख्याल जिसे उम्र भर नहीं आया !!
Tamaam Umar
मोहब्बत मिली तो नींद भी अपनी न रही फराज !
गुमनाम ज़िन्दगी थी तो कितना सुकून था !!
गुमनाम ज़िन्दगी थी तो कितना सुकून था !!