ये कैसे मुनकिन है कि जिंदगी में गम न मिले
कोई हमें न मिला किसी को हम न मिले
क्या चाल चली है मेरे मुक्दर ने मुझसे
प्यार तेरा मिला मगर तुम न मिले
from : Shero Shayari