सम्मान हमेश समय और स्थिति का होता है...
पर इंसान उसे अपना समझ लेता है।
Sammaan Hamesh Samay Aur
Sthiti Ka Hota Hai...
Par Insaan Use
Apana Samajh Leta Hai.
दूरियों से फर्क पड़ता नहीं
बात तो दिलों की नज़दीकियो से होती है
दोस्ती तो कुछ आप जैसो से है
वर्ना मुलाकात तो जाने कितनो से होती है
एक चिंगारी अंगार से कम नहीं होती
सादगी श्रृंगार से कम नहीं होती
ये तो अपनी-अपनी सोच का फर्क है
वर्ना दोस्ती भी किसी प्यार से कम नहीं होती
दिल को मिला सुकून कोई हमे याद तो करता है
याद न सही फ़रियाद तो करता है
आँखों ने ढूंढ लिया है ऐसा दोस्त
जो बात न सही पर याद तो करता है