दिल भी आज मुझे ये कह कर डरा रहा है, करो याद उसे वरना मैं भी धडकना छोड़ दूंगा !!
कभी चोट खाई कभी दिल संभाला, मुहब्बत भी एक खेल था खेल डाला !!
अजीब रंग में गुजरी है जिंदगी अपनी.दिलो पर राज़ किया और मोहब्बत को तरसे !!
हमने दिल वापस मांगा तो वो सर झुका कर बोला वो तो टूट गया खेलते-खेलते !!
ग़म का हीरा दिल में रखो किसको दिखाते फिरते हो ये चोरों की दुनिया है !!
मैं संभलने लगा जब..वह हद से गिरने लगी !!
मिले तो हजारो लोग थे ज़िन्दगी मे पर वो सब से अलग थी जो किस्मत में नहीं थी !!
अंत में लिखी है दोनों की बर्बादी,आशिक़ हो या हो आतंकवादी !!
किसी ने हमसे कहा इश्क धीमी जहर है !
हमने मुशकुराके कहा हमे भी कहा जल्दी है !!
जीत की आदत अच्छी होती है मगर !
कुछ रिश्तो में हार जाना बेहतर है !!