दिल भी आज मुझे ये कह कर डरा रहा है, करो याद उसे वरना मैं भी धडकना छोड़ दूंगा !!
कभी चोट खाई कभी दिल संभाला, मुहब्बत भी एक खेल था खेल डाला !!
अजीब रंग में गुजरी है जिंदगी अपनी.दिलो पर राज़ किया और मोहब्बत को तरसे !!
हमने दिल वापस मांगा तो वो सर झुका कर बोला वो तो टूट गया खेलते-खेलते !!