वादा किया है तो निभाएंगे
सूरज की किरण बनकर तेरी छत पे आएंगे
हम है तो जुदाई का गम कैसा
तेरी हर सुबह को फूलो से सजाएंगे !!
रूठ जाओ कितना भी मना लेंगे
दूर जाओ कितना भी बुला लेंगे
दिल तो आखिर दिल है सागर की रेट तो नहीं
की नाम लिख कर उसपे मिटा देंगे !!
आसमान से ऊँचा कोई नहीं
सागर से गहरा कोई नहीं
यु तो मुझे सभी प्यार करते है
पर आप से प्यारा कोई नहीं !!
तुम हकीकत नहीं हसरत हो
जो मिले ख़वाब में वही दौलत हो
किस लिए देखती हो शीशा
तुम तो खुद से भी ज्यादा खुबसूरत हो !!