वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी
मिलेगी नज़रो से नज़रे तो अपनी नज़रे ज़ुका लेगी
उसे मेरी कबर पर दीया मत जलाने देना
वो नादान है यारो अपना हाथ जला लेगी.
उसके चेहरे पर इस क़दर नूर था,
कि उसकी याद में रोना भी मंज़ूर था,
बेवफा भी नहीं कह सकते उसको ज़ालिम,
प्यार तो हमने किया है वो तो बेक़सूर था
तेरी कसम हम अभी तक सोए नहीं
रोने को दिल करता है पर रोए नहीं..
याद न करें तुमको और सो जाए
इतने बेवफा अभीतक हम हुए नहीं
ज़िन्दगी इश्क मे तबाह हो गई मेरी,
क्यो ऐसा मनहूस कदम मैने उठाया था,
तडप किसी सूरत दिल की मिटती नही,
उफ! क्यो उस बेवफा को अपना बनाया था
तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे;
खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे;
अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो;
तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे
मोहब्बत से रिहा होना ज़रूरी हो गया है,
मेरा तुझसे जुदा होना ज़रूरी हो गया है,
वफ़ा के तजुर्बे करते हुए तो उम्र गुजरी,
ज़रा सी बेवफा होना ज़रूरी हो गया है.
इश्क़ इश्क़ होता है जनाब
चाहे गलती से क्यों ना हो
महबूब महबूब होता है
चाहे बेवफा क्यों ना हो.
हर इंसान #दिल का बुरा नहीं होता
हर कोई बेवफा नहीं होता
बुज जाता है दीपक अक्सर तेल की कमी से
हर बार कसूर हवा का नहीं होता
आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए,
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए