फ़िज़ा में महकती शाम हो तुम !
प्यार में छलकता जाम हो तुम !
सीने में छुपाए फिरते हैं हम यादें तुम्हारी !
इसीलिए मेरी ज़िंदगी का दूसरा नाम हो तुम !!
from : Pyar Bhari Shayari