Poetry Tadka

Wo bhi ro dega

वो भी रो देगा उसे हाल सुनाएँ कैसे !
मोम का घर है चिरोगों को जलाएं कैसे !
दूर होता तो उसे ढूंढ लेते फ़राज़ !
रूह में छुप के बैठा है उसे पाएं कैसे !!