Khanzar dil pe chalti hai
जब उसकी यादो के खंज़र दिल पे चलतै है !
तो आह आह कि आवाज निकलती है !
जब लिखू रो रो के मे दरदे ऐ इशक अपना !
तो सूनने वाले के दिल से वाह वाह निकलती है !!
जब उसकी यादो के खंज़र दिल पे चलतै है !
तो आह आह कि आवाज निकलती है !
जब लिखू रो रो के मे दरदे ऐ इशक अपना !
तो सूनने वाले के दिल से वाह वाह निकलती है !!