हमें अपना नहीं दूसरों का ख्याल रखना पड़ता है
बहुत गुरूर था छत को छत होने पे
एक और मंजिल बानी और छत फर्श बन गया
सबसे कहता है बस तुम्हीं तुम हो,
आइना भी बाला का झूठा है
कोई कहता है दुनिया प्यार से चलती है,
कोई कहता ही दुनिया दोस्ती से चलती है
जब आज़माया तो पता चला
दुनिया सिर्फ मतलब से चलती है