गमो नै बाट लिया हे मूझे यू आपस मे !
कि जेसै मै कोई लूटा हूआ खजाना था !
वो आगै चलै ही नही कदम बिझा कर बैठ गऐ !
तूम्हे तो साथ मेरा दूर तक निभाना था !!
from : Dard Bhari Shayari