ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं !
हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं !
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको !
जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत हैं !!
from : Dard Bhari Shayari