Bekhre bekhre hai halaat
आँसुओं और शराबों में गुजारी है हयात !
मैं ने कब देखी थी बरसात मुझे होश नहीं !
जाने क्या टूटा है पैमाना कि दिल है मेरा !
बिखरे-बिखरे हैं खयालात मुझे होश नहीं !!
आँसुओं और शराबों में गुजारी है हयात !
मैं ने कब देखी थी बरसात मुझे होश नहीं !
जाने क्या टूटा है पैमाना कि दिल है मेरा !
बिखरे-बिखरे हैं खयालात मुझे होश नहीं !!