Poetry Tadka

Dil Shayari

Patthar Ki Bhi Taqdir Badal Sakti Hai

यूं तो पत्थर की भी तकदीर बदल सकती है !
शर्त यह है की उसे दिल से तराशा जाये !!

Dil Yha Nahi Rahta

जरा देखो तो ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी है !
अगर ‘इश्क’ हो तो कहना, अब दिल यहाँ नही रहता !!

Tumhe Apna Kahne Ki Tmanna

तुम्हें अपना कहने की तमन्ना थी !
दिल में लबों तक आते आते तुम ग़ैर हो गए !!

Mujhe Insaf Chahiae

🏻मुझे तो इन्साफ चाहिए दिल मेरा हैं तो मालिक तुम के से !!

Ji Chahta Hai

जी तो चाहता है बहोत तुम्हे अपने दिल में छुपा लू !
मगर ना ''वक्त'' ने इज़ाज़त दी और ना कभी तुम ने !!