Tanhai Shayari2021-12-17 08:31:20 Is tanhai ne tanha me मैं तन्हाई को तन्हाई में तनहा कैसे छोड़ दूँ !इस तन्हाई ने तन्हाई में तनहा मेरा साथ दिए है !! Is tanhai ka इस तन्हाई का हम पे बड़ा एहसान है साहब ! न देती ये साथ अपना तो जाने हम किधर जाते !! Abto yaad bhi अब तो याद भी उसकी आती नहीं ! कितनी तनहा हो गई तन्हाईयाँ !! Meri aankhon me तुझपे खुल जाती मेरे रूह की तन्हाई भी !मेरी आँखों में कभी झांक के देखा होता !! «123