तेरे मासूम चेहरे पे मै मर मिटा भले!तेरी बेपरवाही आज भी खल रही मुझे !!
तुम जब मेरा सब ले गए !तो एक मुझे ही क्यों छोड़ गए !!
तू शक ना कर मेरे जज्बात पे, तेरे साथ ही जिंदगी मेरी !खूबसूरत है जितनी एहमियत है पानी की !मरते इंसान के लिये बस उतनी ही मुझें तेरी जरूरत है !!