Motivational Shayari2022-06-09 16:39:07 Bharish ki bood बारिश की बूँदों में झलकती है तस्वीर उनकी !और हम उनसे मिलनें की चाहत में भीग जाते हैं !! Bheed me khada भीड़ में खड़ा होना मकसद नही है मेरा, बल्किभीड़ जिसके लिए खड़ी है वो बनना है मुझे !! Kal hi कल ही तो तौबा की मैंने शराब से.. कम्बख्त मौसम आज फिर बेईमान हो गया !! «1234