Mohabbat Shayari
Teri yado ko mujhse mohabbat hai
चली आती है तेरी याद मेरे जहन में अक्सर !
तुझे हो ना हो तेरी यादो को जरूर मुझसे मोहब्बत है !!
Mohabbat ki chamak

उसकी आँखों में मोहब्बत की चमक आज भी है
हालांकि उसे मेरी मोहब्बत पर शक आज भी है
नाव में बैठ कर धोये थे,हाथ उसने कभी
पूरे तालाब में मेहंदी की महक आज भी है
छू तो नहीं पाया उसे प्यार से कभी
पर मेरे होठों पर उसके होठों की झलक आज भी है
हर बार पूछते हैं,हमारी चाहत का सबब
वैसी ही इश्क की ये परख आज भी है
नहीं रह पते वो भी हमारे बिना
दोनों तरफ इश्क की दहक आज भी है
Khud se shikwa

हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की !
और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की !
शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है !
क्या ज़रूरत थी,तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की !!
Mohabbat ko had se gujar jane do
मोहब्बत को हद से गुजर तो जाने दो,
वो रोयेंगे जरूर हमे बिखर तो जाने दो,
अभी ज़िंदा हैं तो एहसास नहीं उनको,
रो कर पुकारेंगे हमे एक दफा मर तो जाने दो।