Poetry Tadka

Gam Bhari Shayari

Shayari Gam Bhari In Hindi

उसके चले जाने के बाद हम  मोहब्बत नहीं करते किसी से  छोटी सी जिन्दगी है

     

Shayari Gam Bhari in Hindi

Khone Ka Gam Wahi Janta Hai

खोने का गम वही जानता है  जिसने किसी अपने बेहद  करीबी को खोया हो

     

khone ka gam wahi janta hai

Kisi Dard Ya Khushi Ka Ehsas Nahin

भीड़ में भी तन्हा रहना मुझको सिखा दिया  तेरी मोहब्बत ने दुनिया को झूठा कहना सिखा दिया  किसी दर्द या ख़ुशी का एहसास नहीं है अब तो सब कुछ ज़िन्दगी ने चुप-चाप सहना सिखा दिया।

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kisi dard ya khushi ka ehsas nahin

Gam Kis Ko Nahin

गम किस को नहीं  तुझको भी है मुझको भी है  चाहत किसी एक की  तुझको भी है मुझको भी हैं।      

अपनों के दिये गम  कह भी नहीं पाते  सह भी नहीं पाते ' '

gam kis ko nahin

Zindagi Me Kuch Gam Jaroori Hai

ज़िन्दगी में कुछ गम जरुरी है

वर्ना खुदा को कौन याद करता

 

मिलता नसीब चाहने से तो

खुदा से फरियाद कौन करता

 

होता सुकून हर निगाह में तो

खुदा का दीदार कौन करता

Gam Chupane Ke Liae

मैं हँसता हूँ तो बस अपने ग़म छिपाने के लिए

और लोग देख के कहते है काश हम भी इसके जैसे होते

Aapke Sare Gam

आपके सारे गम खुशियों में तोल दूँ 

अपने सारे राज़ आपके सामने खोल दूँ

कोई मुझसे पहले न बोल दे 

इसलिए सोचा क्यों न आज ही 

आपको हैप्पी न्यू इयर बोल दूँ

Gamo Me Mushkuraao Ge

हक़ीक़त जिंदगी की ठीक से जब जान जाओगे

ख़ुशी में रो पड़ोगे और ग़मो में मुस्कुराओगे

gamo me mushkuraao ge