Poetry Tadka

Damdar Shayari

Zindagi Sbhali Hai

सुबह की वो ख्वाहिशें, शाम तक टाली हैं
कुछ इस तरह हमने ज़िन्दगी संभाली है

Hothon Pe Muskan Shayari

होंठो मे मुस्कान थी कंधो पे बस्ता था
सुकुन के मामले मे वो जमाना सस्ता था