Bewafa Shayari in Hindi | बेवफा शायरी
bhut toot kar chaha
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी,
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी

Pyar me bewafai
प्यार में बेवाफाई मिले तो गम न करना;
अपनी आँखे किसी के लिए नम न करना;
वो चाहे लाख नफरते करें तुमसे;
पर तुम अपना प्यार कभी उसके लिए कम न करना।

ek bewfa se pyaar
मैंने भी किसी से प्यार किया था
उनकी रहो में इंतजार किया था
हमें क्या पता वो भूल ज्यांगे हमें
कसूर उनका नहीं मेरा ही था
जो एक बेवफा से प्यार किया था !!

Badi mehnat se meri duniya lutai hogi
Badi mehnat se meri duniya lutai hogi,
Meri mohabat ki hasti mitai hogi,
La tere pairon mein marham laga du,
Kyon ki …
Mere dil ko thoker marne mein
tuje chhot to ai hogi....
....Bewafa...

bewfa kun hai
चलो छोड़ो ये बहस कि वफ़ा किसने की
और बेवफा कौन है
तुम तो ये बताओ कि आज 'तन्हा' कौन है !!
