रात सुबह का इन्तजार नहीं करती
खुसबू मौसम का इन्तजार नहीं करती
जो ख़ुशी मिले उसका आनन्द लिया करो
क्युकी ज़िन्दगी वक़्त का इन्तजार नहीं करती
from : Hindi Poetry