Poetry Tadka

Niti of Chanakya

हर मित्रता के पीछे कोई ना 
कोई स्वार्थ जरूर होता है। 
ऐसी कोई मित्रता नहीं, 
जिसमें स्वार्थ ना हो। 
यह कड़वा सच है।