मुझे फिर तबाह कर मुझे फिर रुला जासितम करने वाले कहीं से तू आजा
आँखों में तेरी ही सूरत बसी हैतेरी ही तरहा तेरा ग़म भी हंसीं है
from : Shayari in Urdu