और हाथ भरा पड़ा है लकीरों से.
तुमने जाना था और मैंने जाने दिया, इससे बढ़कर मैं वफ़ा क्या करता.
मैं ज़िंदा हूँ अभी तक, ये दुःख मुझे मार डालेगा.
कभी खुद पे कभी हालात पे रोना आया, बात निकली तो हर एक बात पे रोना आया.
from : Life Shayari