खुद के लिए इक सज़ा मुकर्रर कर ली मैंने !तेरी खुशियो की खातिर तुझसे दूरियां चुन ली मैंने !!Meri Aankhon Me Nami Hai,Wajah Tu Nahi Teri Kami Hai.
वापसी का सफ़र अब न मुमकिन होगा, हम निकल चुके हैं आँख से आँसू की तरह।
from : Aansu Shayari