अफसोस तो है तेरे बदल जाने का मगर
तेरे कुछ बातो ने मुझे जीना सिखा दिया
kabar ke sannate main 1 awaaz aayi
kisne phool rakh kar asoon ki 2 bund bahayi
काबर के सन्नाटे में 1 आवाज़ आयी
किसने फूल रख कर असून की 2 बून्द बहाई
jab tak zinda tab tak yaad nahi aayi
ab so raha hoon to kis ko meri yaad aayi
जब तक ज़िन्दा तब तक याद नहीं आयी
अब सो रहा हूँ तो किस को मेरी याद आई
from : Life Shayari