जरा सी चोट लगे तो आंसू बहा देती है !
सुकून भरी गोद में हमको सुला देती है !
हम करते हैं खता तो चुटकी में भुला देती है !
गर होते हैं खफा हम तो दुनियां को भुला देती है !
मत करना गुस्ताखी उस मां से !
जो अपने बच्चों की चाह में अपने आप को भुला देती है !
हिंदी कविता प्यारी मां के नाम !!
from : Love Poems in Hindi